105 किलो से फिट: दिव्या गांधी के स्थायी वजन घटाने के 4 सरल रहस्य

बहुत से लोग सोचते हैं कि वज़न कम करना सिर्फ़ ढेर सारा पानी पीना या पर्याप्त नींद लेना है, लेकिन यह उससे कहीं ज़्यादा है। यह अपने शरीर को समझने और सही आदतें बनाने के बारे में है। दिव्या गांधी, जिन्होंने 105 किलो से स्वस्थ 63 किलो तक का सफ़र तय किया, अपनी यात्रा और उन सरल, प्रभावी युक्तियों को साझा करती हैं जिन्होंने उन्हें 25 से अधिक वर्षों तक अपना वज़न बनाए रखने में मदद की।

सफ़र को अपनाना: 105 किलो से आत्मविश्वास तक

दिव्या की कहानी एक संघर्ष से शुरू हुई। 105 किलो पर, उन्हें आत्मविश्वास की कमी, बदमाशी और पीसीओडी और इंसुलिन प्रतिरोध जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा। डॉक्टरों ने उन्हें दवा पर रखा, लेकिन वज़न कम होना बहुत कम था, जिससे और अधिक अवसाद हुआ। इसने उन्हें खुद पोषण का अध्ययन करने के लिए प्रेरित किया, जिससे परीक्षण और त्रुटि और जीवनशैली में छोटे बदलावों के माध्यम से 62 किलो वज़न कम हुआ।

मुख्य बातें

  • निरंतरता ही कुंजी है: स्थायी वज़न कम होना त्वरित समाधानों से नहीं, बल्कि लगातार आदतों से आता है।
  • अपने शरीर को समझें: अलग-अलग शरीर अलग-अलग प्रतिक्रिया करते हैं; जानें कि आपके लिए क्या काम करता है।
  • छोटे बदलाव, बड़ा प्रभाव: दैनिक दिनचर्या में सरल समायोजन महत्वपूर्ण परिणाम दे सकते हैं।
  • मानसिकता मायने रखती है: असफलता के डर पर काबू पाना और प्रेरित रहना महत्वपूर्ण है।

वज़न प्रबंधन के चार स्तंभ

दिव्या चार